जावेद अख्तर यांचे काही प्रसिद्ध शेर, एकदा नक्की वाचा

03 May 2025

Created By: Shweta Walanj

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से... लेकिन एक सफर पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है, न पूरे शहर पर छाए को कहना...

इस शहर में जीने के अंदाज निराले है, होंटो पे लतीफें है आवाज में छाले हैं...

मुझे मायूस भी करती नहीं हैं, यही आदत तेरी अच्छी नहीं हैं...

बहाने ढुँडते रहते हैं कोई रोने का, हमें ये शौंक है क्या आस्ती भिगोने का...

इक मोहब्बत  की ये तस्वीर है दो रंगों में, शौक सब मेरा है और सारी हया उस की है...